पटना. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बालू कारोबारी और लालू परिवार के करीबी सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सुभाष यादव आरजेडी टिकट पर चतरा संसदीय सीट से चुनाव मैदान में थे। ईडी ने शनिवार को उनके छह ठिकानों पर छापेमारी की थी और 2 करोड़ कैश के अलावा कई अन्य कागजात को जब्त किया था।
ईडी की टीम ने सुभाष यादव के आवास से बालू खनन, खरीद, सप्लाई और बिजनेस से जुड़े कई दस्तावेजों के साथ दो करोड़ कैश जब्त किया था। ईडी की टीम ने संपत्ति से जुड़े कागजात, बैंक लॉकर, पासबुक, विभिन्न वित्तीय संस्थानों में निवेश और आभूषण सहित कई अन्य सामानों को जब्त किया था।
ईडी की टीम ने सुभाष यादव को देर रात किया गिरफ्तार
ईडी की टीम ने शनिवार 9 मार्च की देर रात सुभाष यादव को गिरफ्तार किया। इससे पहले ईडी ने सुभाष यादव के छह से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। शनिवार को हुई ये छापेमारी 16 घंटे तक चली। बताया गया है कि छापेमारी में ईडी की टीम को पटना में दानापुर स्थित सुभाष यादव के आवास से दो करोड़ कैश और अकूत संपत्ति होने के दस्तावेज मिले हैं।
सुशील मोदी बोले- सुभाष जैसे लोग आरजेडी की मनी लॉन्ड्रिंग मशीन
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सुभाष जैसे लोग आरजेडी की मनी लॉन्ड्रिंग मशीन हैं। उन्होंने कहा कि बालू माफिया सुभाष यादव, अरुण यादव, भोला यादव, पूर्व विधायक अबू दोजाना और शराब-कारोबारी विनोद जायसवाल जैसे दर्जन-भर लोग लालू-राबड़ी की बेनामी संपत्ति और कालेधन के लिए वाशिंग मशीन का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियां जब भी लालू यादव की किसी मनी लॉन्ड्रिंग मशीन पर हाथ रखती हैं, तब करोड़ों के कालेधन का पता चलता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के जरिए बनाया गया इंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई पर जवाब देने के बजाए उलटे जांच पर ही सवाल उठाता है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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