नई दिल्ली. म्यांमार का एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट मंगलवार को मिजोरम के लेंगपुई एयरपोर्ट के रनवे पर फिसल गया। इसमें क्रू मेंबर्स सहित 14 लोग सवार थे। हादसे में 8 लोगों के घायल होने की सूचना है। छह लोग सुरक्षित हैं। मिजोरम के DGP अनिल शुक्ला ने बताया कि छोटे साइज का एयरक्राफ्ट शानक्सी Y-8 म्यांमार से भागकर भारत आए सैनिकों को वापस लेने आया था। सुबह 10:20 बजे लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर जंगल में गिर गया।
हादसे के बाद विमान दो हिस्सों में बंट गया। घायलों को लेंगपुई अस्पताल ले जाया गया है। सबकी हालत स्थिर हैं। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एसोसिएशन (DGCA) ने हादसे को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। लेंगपुई आने वाली सभी फ्लाइट्स डायवर्ट कर दी गई हैं। लेंगपुई एयरपोर्ट का रनवे एक टेबल टॉप रनवे है, जो पहाड़ के ऊपर पर बना है। यहां पर आम रनवे के मुकाबले टेक ऑफ और लैडिंग करना थोड़ा मुश्किल होता है।
17 जनवरी को म्यांमार से भागकर आए थे 276 सैनिक
मिजोरम पुलिस के मुताबिक, विद्रोहियों के हमले से बचने के लिए 17 जनवरी को म्यांमार के 276 सैनिक राज्य के लॉन्ग्टलाई जिले के बॉन्डुकबंगसोरा गांव में घुसे थे। इनमें एक कर्नल सहित 36 अधिकारी और 240 लोअर रैंक के सैनिक हैं। उन्होंने असम राइफल्स से शरण मांगी थी। इनमें से 184 सैनिकों को सोमवार को म्यांमार वापस भेजा गया था। 92 सैनिकों को आज भेजा जाना था।
भारत-म्यांमार बॉर्डर पर फेंसिंग कराएगी सरकार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 20 जनवरी को असम में ऐलान किया था कि भारत-म्यांमार बॉर्डर पर खुली सीमा की फेंसिंग की जाएगी। म्यांमार से घुसपैठ को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट को भी सरकार बंद करने जा रही है।
शाह ने गुवाहाटी में हुई असम पुलिस की पासिंग आउट परेड में कहा- म्यांमार के साथ हमारी खुली सीमा है। इसे हम बांग्लादेश की तर्ज पर बाड़ (फेंसिंग) लगाकर सुरक्षित करेंगे। शाह ने यह ऐलान भी किया कि सरकार दोनों के बीच फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट पर भी पुनर्विचार कर रही है। आने-जाने की इस सहूलियत को ही सरकार बंद करने जा रही है।
म्यांमार की सीमा भारत के 4 राज्यों से लगती है। दोनों देशों के बीच 1600 किलोमीटर का बॉर्डर है। भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट का एग्रीमेंट 1970 में हुआ था। तब से सरकार इसे लगातार रिन्यू करती रही है। आखिरी बार इसे 2016 में रिन्यू किया गया था।
साभार : दैनिक भास्कर
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