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मणिपुर में फिर हिंसा भड़कने के कारण लगा कर्फ्यू, इंटरनेट भी किया गया बंद

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इंफाल. मणिपुर में फिर से हालात खराब हो गए हैं. यहां पर कई घाटी जिलों में ताजा हिंसा के बाद तनाव बढ़ गया है, इस वजह से कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं. पूर्वोत्तर राज्य में कल शनिवार रात को मैतेई संगठन अरंबाई टेंगोल (Arambai Tenggol) के एक नेता और कुछ अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की खबरों के बाद क्षेत्र में अशांति फैल गई. प्रदर्शनकारियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इन लोगों ने सड़कों के बीचों-बीच टायर और पुराने फर्नीचर जलाए, एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार का घेराव किया और अपने नेता की रिहाई की मांग करते हुए सुरक्षा बलों से उलझ गए. कुछ लोगों ने राजधानी इंफाल में आत्मदाह करने की भी कोशिश की. इस वजह से आज रविवार को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी रही.

अब तक के हालात पर 10 बड़ी बातें

  1. मैतेई संगठन अरंबाई टेंगोल के एक नेता की गिरफ्तारी का दावा करने वाली खबरों के बाद मणिपुर में ताजा हिंसा भड़क उठी. हालांकि पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान या उसके खिलाफ आरोपों का कोई खुलासा नहीं किया, लेकिन रिपोर्टों से यह जानकारी मिली है कि गिरफ्तार नेता का नाम कानन सिंह है.
  2. प्रदर्शनकारी कल शनिवार रात राजधानी इंफाल में कई स्थानों पर सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गए. इंफाल ईस्ट जिले के खुरई लामलोंग (Khurai Lamlong) इलाके में गुस्साई भीड़ ने एक बस में आग लगा दी. जबकि क्वाकेथेल (Kwakeithel) में कई गोलियां चलने की आवाजें सुनी गईं, हालांकि यह साफ नहीं हो सका है कि गोलियां किसकी ओर से चलाई गई थीं.
  3. गिरफ्तार नेता को मणिपुर से बाहर ले जाने की अपुष्ट खबरों के बाद, तुलिहाल में इंफाल एयरपोर्ट गेट के बाहर भी कई प्रदर्शनकारी जमा हो गए. प्रदर्शनकारियों ने नेता को मणिपुर से बाहर ले जाने के किसी भी कोशिश को रोकने के लिए एयरपोर्ट रोड को जाम कर दिया. कई प्रदर्शनकारी कि रात भर वहीं पर सो भी गए.
  4. सुरक्षा बलों को उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े. हालांकि सुरक्षा बलों द्वारा लाठीचार्ज के कारण कथित तौर पर एक शख्स के मारे जाने की खबर है. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अशांत क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और राजभवन की ओर जाने वाली सड़कों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
  5. हालात को देखते हुए बिष्णुपुर जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जबकि इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल और काकचिंग घाटी जिलों में 5 या उससे अधिक लोगों के कहीं पर भी एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है.
  6. पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए हिंसा भड़काने की आशंका को देखते हुए इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर के घाटी जिलों में इंटरनेट सेवाओं को 5 दिनों के लिए निलंबित कर दी गई हैं.
  7. सोशल मीडिया में कथित तौर पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें बीजेपी के राज्यसभा सांसद लीशेम्बा सनाजाओबा (Leishemba Sanajaoba) सड़क पर सुरक्षाकर्मियों से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “हमने शांति लाने की बहुत कोशिश की. अगर आप ऐसी चीजें करेंगे, तो शांति कैसे कायम रहेगी? मुझे और मेरे साथ आए विधायक को गिरफ्तार कर लीजिए.”
  8. अरमबाई टेंगोल ने आज से घाटी के जिलों में 10 दिनों के पूर्णबंदी का ऐलान किया है, ताकि वे अपने विरोध को और तेज कर सकें. यह मैतेई संगठन, एक सांस्कृतिक पुनरुत्थानवादी समूह के रूप में शुरू हुआ था, लेकिन अब यह जातीय हिंसा में शामिल एक विवादास्पद मिलिशिया ताकत बन गया है. समूह ने हाल ही में राज्यपाल के साथ मुलाकात की थी और अपने कुछ हथियार भी सौंपे थे.
  9. करीब दो साल पहले कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद से सुरक्षा बल मणिपुर में सर्च ऑपरेशन और गिरफ्तारियां कर रहे हैं. शनिवार को उन्होंने 2 प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े 3 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया. टेंग्नौपाल जिले में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) भी बरामद किए.
  10. मई 2023 से लेकर अब तक मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर भी हो गए हैं. इसी साल फरवरी में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था.

साभार : टीवी9 भारतवर्ष

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