इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने रक्षा बजट में 20 प्रतिशत की वृद्धि की, जिसमें 2,550 अरब रुपये (9 अरब डॉलर) आवंटित किए गए। पाकिस्तान ने यह निर्णय भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच लिया। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने नेशनल असेंबली में 17,573 अरब रुपये का संघीय बजट और वित्त विधेयक पेश किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की रक्षा के लिए 2,550 अरब रुपये आवंटित करने का फैसला किया है। परंपरागत रूप से संसद में रक्षा बजट पर विस्तृत चर्चा नहीं होती, इसलिए उन्होंने इस पर और जानकारी नहीं दी। पिछले वर्ष सरकार ने रक्षा के लिए 2,122 अरब रुपये आवंटित किए थे, जो 2023-24 के 1,804 अरब रुपये से 14.98 प्रतिशत अधिक था।
कर्ज और ब्याज भुगतान के लिए 8,207 अरब आवंटित
कर्ज भुगतान के बाद रक्षा खर्च बजट में दूसरा सबसे बड़ा खर्च है। सरकार ने कर्ज और ब्याज भुगतान के लिए 8,207 अरब रुपये आवंटित किए, जो सबसे बड़ा एकल व्यय है। रक्षा खर्च में वृद्धि को वित्त विधेयक पर बहस और मतदान के दौरान सांसदों का व्यापक समर्थन मिलने की उम्मीद है। औरंगजेब ने 4.2 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि का लक्ष्य रखा, जो चालू वर्ष (30 जून को समाप्त) में हासिल 2.7 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने मुद्रास्फीति का लक्ष्य 7.5 प्रतिशत और राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 3.9 प्रतिशत निर्धारित किया। औरंगजेब ने बजट भाषण की शुरुआत में हाल के भारत-पाकिस्तान संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा, यह बजट उस ऐतिहासिक समय में पेश किया जा रहा है, जब राष्ट्र ने एकता और दृढ़ संकल्प दिखाया।
साभार : अमर उजाला
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