गुरुवार, जून 19 2025 | 01:54:40 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / रूस ने एस-500 एयर डिफेंस सिस्टम का निर्माण भारत के साथ मिलकर बनाने का दिया प्रस्ताव

रूस ने एस-500 एयर डिफेंस सिस्टम का निर्माण भारत के साथ मिलकर बनाने का दिया प्रस्ताव

Follow us on:

नई दिल्ली. भारत के ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के पीछे रूस के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का बड़ा अहम रोल रहा है, जिसने पाकिस्तान की तरफ से छोड़े गए तुर्की और चीन के ड्रोन को हवा में मार गिराया। S-400 की सफलता को देखते हुए अब रूस की तरफ से भारत को S-500 एयर डिफेंस सिस्टम के ज्वाइंट प्रोडक्शन का ऑफर दिया गया है। अगर इस ऑफर को भारत स्वीकार करता है तो वो पहले से भी ज्यादा ताकतवर हो जाएगा। आइए आपको अब बताते हैं कि S-400 के मुकाबले S-500 कितना ज्यादा ताकतवर है।

S-500 से और मजबूत होगा हिन्दुस्तान

भारत के पास अभी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद है। इसकी तुलना में S-500 डिफेंस सिस्टम काफी ताकतवर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, S-500 एक स्पेस-डिफेंस कैपेबल सिस्टम है। साथ ही यह मल्टीलेयर्ड और मल्टी टारगेट भी है। अगर सरल शब्दों में कहें तो यह एक ऐसा डिफेंस सिस्टम है जो अंतरिक्ष में भी रक्षा कर सकता है, साथ ही इसमें कई परतें होती हैं जो एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकता है।

दुश्मन को हर तरह कर सकता है नाकाम

S-500 एयर डिफेंस सिस्टम यह दुश्मन के फाइटर जेट्स, क्रूज मिसाइलें, हाइपरसोनिक मिसाइलों के साथ ही जमीन की निचली सतह में मौजूद उसके जाससूी उपग्रहों को भी मार गिरा सकता है। बताया जाता है कि धरती के ऊपर इस एयर डिफेंस सिस्टम की रेंज करीब 200 किलोमीटर तक है। इसकी रेंज बढ़ाकर 600 किलोमीटर तक भी किया जा सकता है। यह दुनिया का एक मात्र ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम है जिसकी रेंज 600 किलोमीटर तक है।

सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता

बताया जाता है कि S-400 सिर्फ एक एयर डिफेंस सिस्टम है जबकि S-500 के पास अंतरिक्ष में भी दुश्मन के सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता है। वहीं, एस-400 फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बना सकती हैं, वहीं S-500 हाइपरसोनिक मिसाइल को भी इंटरसेप्ट करके मार के गिरा सकती है।

साभार : न्यूज24

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारत ने ईरान से बचाकर 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित आर्मेनिया पहुंचाया

नई दिल्ली. इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच भारत सरकार तेहरान से …