वाशिंगटन. यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस पर सख्त एक्शन के मूड में अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने मॉस्को को चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन से बातचीत न करने पर वह अतिरिक्त प्रतिबंध लगा सकते हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि वह अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से किसी भी समय मिलने के लिए तैयार हैं. दरअसल, उनसे सवाल किया गया था कि अगर आप यूक्रेन में युद्ध विराम की मांग करते हैं? यह आपके साथ बातचीत करने के लिए टेबल पर नहीं आता है तो क्या आप रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाएंगे, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है. क्या आपको लगता है कि युद्ध को फिलहाल रोक दिया जाना चाहिए, वाले सवाल पर ट्रंप ने कहा कि युद्ध कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था. अगर आपके पास एक सक्षम राष्ट्रपति होता, जो आपके पास था, तो युद्ध नहीं होता. अगर मैं राष्ट्रपति होता तो यूक्रेन में युद्ध कभी नहीं होता, लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि चुनाव में धांधली हुई थी.
अब युद्ध में मारे जा रहे हैं ज्यादातर सैनिक- पुतिन
एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से कभी भी मिलने के लिए तैयार हैं. जब भी वे चाहेंगे, मैं उनसे मिलूंगा. लाखों लोग मारे जा रहे हैं. यह एक भयावह स्थिति है और अब वे ज्यादातर सैनिक हैं. बहुत से लोग मारे गए हैं और शहर तबाही की तरह दिखते हैं. यूक्रेन में जो रिपोर्ट किया जा रहा है, उससे कहीं ज्यादा लोग मारे गए हैं. वास्तविक संख्या नहीं बताई जा रही है और मैं इसके लिए मीडिया को दोषी नहीं ठहरा रहा हूं. मैं शायद हमारी सरकार को उन संख्याओं को जारी न करने के लिए दोषी ठहरा रहा हूं. यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका यूक्रेन को हथियार भेजना जारी रखेगा या फिर उसे जल्द बंद कर देगा, इस पर ट्रंप ने कहा कि वह इस मामले को देख रहे हैं. हम यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात कर रहे हैं.
युद्धविराम पर पुतिन का इनकार
दरअसल, यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप-पुतिन का टकराव होने जा रहा है. वजह ये है कि ट्रंप रूस और यूक्रेन का युद्ध रुकवाना चाहते हैं, तो वहीं ट्रंप की युद्धविराम की अपील पर पुतिन का इनकार आ गया है. पुतिन चाहते हैं कि डील में रूस का हित सर्वोपरि हो. डील का उद्देश्य अस्थायी सीजफायर नहीं होना चाहिए. पुतिन दुश्मन को फिर से शक्ति जुटाने का मौका नहीं देना चाहते हैं. वार्ता का उद्देश्य दीर्घकालिक शांति होना चाहिए.
साभार : टीवी9 भारत
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