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‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ भारत का सर्वश्रेष्ठ दिखाएगा और विश्व भर के व्यवसायों के साथ करेगा : पीयूष गोयल

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नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथार वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि व्यापार केवल आंकड़ों का विषय नहीं है, बल्कि संबंधों का निर्माण, साझेदारी, सहयोग, लर्निंग, प्रौद्योगिकी और नवाचार के बारे में है। कनाडा के टोरंटो में कल एसआईएएल-2023 से अलग भारतीय कंपनियों तथा कनाडा के आयातकों के साथ कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए व्यापार और निवेश संवर्धन कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कहा कि विश्व भर के लोगों की साझा समृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, जिससे मूल्य श्रृंखला के सभी हितधारक समृद्ध हो सकें।

पीयूष गोयल ने कहा कि यह कनाडा-भारत साझेदारी का उत्सव मनाने एक अवसर है और दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग के विस्तार में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य उत्पादों का मूल्य संवर्धन प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। गोयल ने बल देकर कहा कि भारतीय व्यवसायों को गुणवत्ता, स्केल, डिजाइन, पैकेजिंग आदि पर फोकस करना चाहिए ताकि कनाडा में उपभोक्ताओं और व्यवसायों का विश्वास अर्जित किया जा सके।

मंत्री ने एसआईएएल-2023 में भारतीय कम्पनियों की भागीदारी की सराहना की। इसमें विश्व के समक्ष इंडिया को शोकेस किया गया था। उन्होंने कहा कि आगे की चुनौतियों में भारत या विदेश में खाद्य उद्योग में एक वृहद व्यापार शो आयोजित करना है, जो महाद्वीपों में हमारे द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला श्रेष्ठ दिखे। पीयूष गोयल ने कहा कि एसआईएएल-2023 ने खाद्य उद्योग के उत्पाद की गुणवत्ता और विपणन कौशल को सुधारने का अवसर प्रदान किया। गोयल ने कहा कि नवंबर 2023 में ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ एक ऐसे मंच के रूप में काम कर सकता है जो भारत का सर्वश्रेष्ठ दिखाए और विश्व भर के व्यवसायों के साथ सहयोग करे। उन्होंने कहा कि जी-20 के अध्यक्ष के रूप में पहुंच कार्यक्रम के हिस्से को रूप में सरकार और व्यवसायों को इस संबंध में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि खाद्य उद्योग एक उच्च स्तरीय, उच्च मुनाफा, उच्च विकास वाला सनराइज क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि सरकार और व्यवसायों का एक फोकस क्षेत्र है क्योंकि यह किसानों के उत्पादों में मूल्य जोड़कर तथा फसलों, फलों, सब्जियों के विविधीकरण को प्रोत्साहित करके भारत में कृषि को प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि भारत की विकास गाथा में इस उद्योग का बहुत बड़ा और मूल्यवान योगदान है क्योंकि यह खेती और कृषि से जुड़ी आजीविका के स्रोतों में लगे परिवारों के लिए बेहतर जीवन लाता है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में भारत-कनाडा के द्विपक्षीय व्यापार में कई गुना वृद्धि की संभावनाएं हैं। गोयल ने कहा कि खाद्य उद्योग कनाडा में भारत के सर्वश्रेष्ठ को लाने में सक्षम रहा है और कनाडा में अपने व्यवसायों के विस्तार में सरकार द्वारा प्रोत्साहन का वादा किया। उन्होंने कहा कि कृषि आधारित उत्पादों, खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों, समुद्री उत्पादों आदि का भारत से निर्यात बढ़ रहा है, लेकिन इन उत्पादों के और अधिक निर्यात की भारी संभावनाएं हैं। गोयल ने कहा कि भारत और विश्व में उपभोक्ताओं के बीच मोटे अनाज लोकप्रिय हो रहे हैं, विशेष रूप से युवाओं में मोटे अनाज के पौष्टिक और स्वास्थ्य लाभों को उजागर करना महत्वपूर्ण है, जिन्हें हाई एनर्जी और हाई प्रोटीन भोजन की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज भारतीय खाद्य उद्योग को बढ़ावा देने में गेम चेंजर साबित हो सकता है। मंत्री ने कार्यक्रम में मोटे अनाज परोसे जाने की प्रशंसा की।

कल कनाडा के टोरंटो में कनाडा की कंपनियों के साथ एक अन्य बैठक में पीयूष गोयल ने कनाडा के लोगों तथा व्यवसायियों को भारत आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि अब वे जिस भारत का दौरा करेंगे, वह वास्तव में एक नया भारत है। मंत्री ने उन्हें भारत की जी-20 अध्यक्षता में पूरे भर में आयोजित किए जा रहे बी-20 सत्रों और क्षेत्रीय कार्यक्रमों में शामिल होने का भी निमंत्रण दिया। उन्होंने कनाडा की कंपनियों को भारत में बोर्ड मीटिंग करने करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। गोयल ने कहा कि भारत न केवल सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है, बल्कि निरंतर बढ़ती अर्थव्यवस्था भी है। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत एक अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित हो रहा है, उन्होंने कनाडा के व्यवसायों को भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।

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