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अगस्त 2022 के दौरान सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,43,612 करोड़ रुपए रहा

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नई दिल्ली (मा.स.स.). अगस्त 2022 के महीने में एकत्र किया गया सकल जीएसटी राजस्व 1,43,612 करोड़ रुपए रहा, जिसमें से जीएसटी 24,710 करोड़ रुपए, एसजीएसटी 30,951 करोड़ रुपए, आईजीएसटी 77,782 करोड़ रुपए (माल के आयात पर एकत्रित 42,067 करोड़ रुपए सहित) और 10,161 करोड़ रुपए (माल के आयात पर एकत्रित 1,018 करोड़ रुपए सहित) उपकर है। सरकार ने आईजीएसटी से ​​29,524 करोड़ रुपए सीजीएसटी के लिए और 25,119 करोड़ रुपए एसजीएसटी के लिए तय किए हैं। नियमित निपटान के बाद अगस्त 2022 के महीने में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 54,234 करोड़ रुपए और एसजीएसटी के लिए 56,070 करोड़ रुपए है।

अगस्त 2022 के महीने में एकत्र जीएसटी राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने में एकत्रित 1,12,020 करोड़ रुपए के जीएसटी राजस्व से 28 प्रतिशत अधिक है। इस महीने के दौरान, माल के आयात से प्राप्त राजस्व 57 प्रतिशत अधिक था और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से एकत्रित राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है। लगातार 6 महीने से मासिक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.4 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर रहा है। अगस्त के महीने तक जीएसटी संग्रह की प्रगति पिछले वर्ष की इस अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक रही है। और इस तरह इसमें काफी अच्छा उछाल बना हुआ है। यह परिषद द्वारा बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों का स्पष्ट परिणाम है।

बेहतर रिपोर्टिंग के साथ-साथ आर्थिक सुधार का जीएसटी राजस्व पर लगातार सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। जुलाई 2022 के महीने के दौरान 7.6 करोड़ ई-वे बिल तैयार हुए, जोकि जून 2022 के 7.4 करोड़ रुपए की तुलना में मामूली तौर पर अधिक लेकिन जून 2021 के 6.4 करोड़ रुपए की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक थे। नीचे दिया गया चार्ट चालू वर्ष के दौरान मासिक सकल जीएसटी राजस्व में रुझान दिखाता है। तालिका अगस्त 2021 की तुलना में अगस्त 2022 के महीने के दौरान प्रत्येक राज्य में एकत्र किए गए जीएसटी के राज्य-वार आंकड़े दिखाती है।

अगस्त 2022 के दौरान जीएसटी राजस्व में हुई राज्यवार प्रगतिः

राज्य अगस्त 21 अगस्त 22 प्रगति
जम्मू-कश्मीर 392 434 11 प्रतिशत
हिमाचल प्रदेश 704 709 1 प्रतिशत
पंजाब 1,414 1,651 17 प्रतिशत
चंडीगढ़ 144 179 24 प्रतिशत
उत्तराखंड 1,089 1,094 0 प्रतिशत
हरियाणा 5,618 6,772 21 प्रतिशत
दिल्ली 3,605 4,349 21 प्रतिशत
राजस्थान 3,049 3,341 10 प्रतिशत
उत्तर प्रदेश 5,946 6,781 14 प्रतिशत
बिहार 1,037 1,271 23 प्रतिशत
सिक्किम 219 247 13 प्रतिशत
अरुणाचल प्रदेश 53 59 11 प्रतिशत
नगालैंड 32 38 18 प्रतिशत
मणिपुर 45 35 -22 प्रतिशत
मिजोरम 16 28 78 प्रतिशत
त्रिपुरा 56 56 0 प्रतिशत
मेघालय 119 147 23 प्रतिशत
असम 959 1,055 10 प्रतिशत
पश्चिम बंगाल 3,678 4,600 25 प्रतिशत
झारखंड 2,166 2,595 20 प्रतिशत
ओडिसा 3,317 3,884 17 प्रतिशत
छत्तीसगढ़ 2,391 2,442 प्रतिशत
मध्य प्रदेश 2,438 2,814 15 प्रतिशत
गुजरात 7,556 8,684 15 प्रतिशत
दमन और दीव 1 1 प्रतिशत
दादरा और नगर हवेली 254 310 22 प्रतिशत
महाराष्ट्र 15,175 18,863 24 प्रतिशत
कर्नाटक 7,429 9,583 29 प्रतिशत
गोवा 285 376 32 प्रतिशत
लक्षद्वीप 1 0 -73 प्रतिशत
केरल 1,612 2,036 26 प्रतिशत
तमिलनाडु 7,060 8,386 19 प्रतिशत
पुद्दुचेरी 156 200 28 प्रतिशत
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 20 16 -21 प्रतिशत
तेलंगाना 3,526 3,871 10 प्रतिशत
आंध्र प्रदेश 2,591 3,173 22 प्रतिशत
लद्दाख 14 19 34 प्रतिशत
अन्य क्षेत्र 109 224 106 प्रतिशत
केंद्रीय अधिकार क्षेत्र 214 205 -4 प्रतिशत
कुल योग 84,490 1,00,526 19 प्रतिशत

इसमें उत्पादों के आयात से प्राप्त जीएसटी शामिल नहीं है।

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