इस्लामाबाद. सऊदी अरब की चेतावनी के बाद पाकिस्तान सरकार और प्रशासनिक अधिकारी अब अरब देशों में जाने वाले यात्रियों की सख्ती से जांच कर रहे हैं. इसी कड़ी में सऊदी अरब जाने वाले 16 भिखारियों को एयरपोर्ट पर जांच एजेंसी के कर्मचारियों ने पकड़ लिया. स्थानीय मीडिया ने रविवार को बताया कि पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने पंजाब प्रांत के मुल्तान हवाई अड्डे पर 16 भिखारियों को उतार दिया, जो सऊदी अरब जाने वाली उड़ान में उमरा तीर्थयात्रियों के वेश में सवार थे. पकड़े गए लोगों में 11 महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्चा शामिल था, जो सभी उमरा वीजा पर यात्रा कर रहे थे.
इस सप्ताह इमिग्रेशन जांच के दौरान, एफआईए अधिकारियों ने यात्रियों से पूछताछ की, जिन्होंने कबूल किया कि वे भिक्षा मांगने के लिए सऊदी अरब जा रहे थे. डॉन अखबार के मुताबिक, उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें भीख मांगने से होने वाली कमाई का आधा हिस्सा अपनी यात्रा व्यवस्था के लिए जिम्मेदार एजेंटों को सौंपना होगा. एफआईए मुल्तान सर्कल ने आगे की जांच के लिए यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, यह गिरफ्तारी इस खुलासे के बाद हुई है कि अवैध तरीकों से बड़ी संख्या में भिखारियों की विदेशों में तस्करी की जाती है.
सप्ताह की शुरुआत में, एक प्रमुख सीनेट पैनल को सूचित किया गया था कि विदेशों में बड़ी संख्या में भिखारी पाकिस्तान से पकड़े गए हैं. सीएनएन न्यूज18 की एक पूर्व रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि सऊदी अरब ने अपने हज कोटा उम्मीदवारों के चयन को लेकर पाकिस्तान को आगाह किया था. सूत्रों ने संकेत दिया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए 90 प्रतिशत भिखारी पाकिस्तान से थे और उमरा वीजा पर यात्रा कर रहे थे.
रियाद ने बिगड़ते हालात पर इस्लामाबाद से नाराजगी जताते हुए कहा है कि उनकी जेलों में पाकिस्तानी कैदियों की भारी भीड़ है. कथित तौर पर मक्का में मस्जिद अल-हरम के पास जेबकतरों की व्यापकता के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों की भी आलोचना की गई थी, जिसमें अपराधी मुख्य रूप से पाकिस्तान से थे. सूत्रों से पता चला कि सउदी लोग इस बात से नाखुश थे कि ये लोग अरब वीजा के बजाय उमरा वीजा पर यात्रा करते थे.
साभार : न्यूज़18
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