बुधवार, दिसंबर 18 2024 | 06:48:05 PM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / पूरा विपक्ष रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत की वर्तमान स्थिति से सहमत होगा : राहुल गांधी

पूरा विपक्ष रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत की वर्तमान स्थिति से सहमत होगा : राहुल गांधी

Follow us on:

नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi)राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों यूरोप की यात्रा पर हैं. राहुल गांधी ने बेल्जियम (Belgium) में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और वहां से भारत में आयोजित हो रही जी20 समिट (G20 Summit), चीन और तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी. लेकिन एक मुद्दे पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार के साथ सहमति जताई.

वहीं, चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि चीन एक विशेष दृष्टिकोण प्रस्तावित कर रहा है. चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विचार रख रहे हैं क्योंकि वो ग्लोबल प्रोडक्शन का सेंटर बन गया है. लेकिन मुझे हमारी ओर से कोई वैकल्पिक दृष्टिकोण नजर नहीं आता. चुनौती हमारे लिए हैं कि हम वैकल्पिक दृष्टिकोण कैसे दे सकते हैं, जिसमें पॉलिटिकल और ईको फ्रीडम हो. आइए जानते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध पर राहुल गांधी ने क्या कहा.

रूस-यूक्रेन संकट पर क्या बोले राहुल गांधी?

बेल्जियम में राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि मुझे लगता है कि पूरा विपक्ष रूस-यूक्रंन संघर्ष पर भारत की वर्तमान स्थिति से सहमत होगा. हमारा रूस के साथ रिश्ता है. मुझे नहीं लगता कि सरकार वर्तमान में जो प्रस्ताव दे रही है, उससे विपक्ष का कोई अलग रुख होगा.

जी20 पर राहुल गांधी का बयान

वहीं, G20 समिट डिनर में मल्लिकार्जुन खरगे को ना बुलाने के सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि इसमें क्या कहा जा सकता है. उन्होंने विपक्ष के नेता को न बुलाने का निर्णय लिया है, ये आपको कुछ तो बताता है. ये आपको बताता है कि वो भारत की 60% आबादी के नेता की अहमियत नहीं है.

इंडिया-भारत विवाद पर कही ये बात

इंडिया-भारत विवाद पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे नहीं पता, आपको पीएम से पूछना होगा. मैं संविधान में इस शब्द से पूरी तरह खुश हूं. सरकार में एक डर है. ये ध्यान भटकाने की रणनीतियां हैं. हम अपने गठबंधन के लिए इंडिया नाम के साथ सामने आए. लेकिन इसने पीएम को परेशान कर दिया. पीएम नई ध्यान भटकाने वाली रणनीति के साथ आए हैं.

कश्मीर पर राहुल गांधी का रुख

राहुल गांधी ने कश्मीर के मुद्दे पर कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. हमारा रुख सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव में है. मुझे लगता है कि लोकतांत्रिक ढांचे को सुरक्षित रखने की जरूरत है. कश्मीर सहित भारत में वॉयस ऑफ इंडिया की रक्षा की जानी चाहिए.

साभार : जी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारत में दान करने की प्रथा से गरीब वर्ग का होता है कल्याण

– प्रहलाद सबनानी भारत में हिंदू सनातन संस्कृति के संस्कारों में दान दक्षिणा की प्रथा …