नई दिल्ली. इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग को लेकर कांग्रेस का रुख एक दिन में बदल गया है। रविवार को पार्टी ने इजरायल पर हमास के हमले की निंदा की थी। हालांकि, सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) में एक प्रस्ताव पारित हुआ। इस प्रस्ताव में फिलिस्तीनियों की जमीन, स्वशासन और आत्म सम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया गया।
प्रस्ताव के सातवें और आखिरी बिंदु में सीडब्ल्यूसी ने तुरंत युद्धविराम और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अपरिहार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का आह्वान किया है। खास बात यह है कि प्रस्ताव में इजरायल और उस पर हमले को जिक्र नहीं है। कांग्रेस का रुख भारत सरकार से भी अलग है। सरकार ने इस मुद्दे पर इजरायल के साथ खड़े होने की बात कही है। इजरायल पर हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हमास के हमलों की कड़े शब्दों में आलोचना की थी।
कांग्रेस ने अपने प्रस्ताव में कहा, ‘सीडब्ल्यूसी मिडिल ईस्ट में छिड़े युद्ध और हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने पर पीड़ा व्यक्त करती है। सीडब्ल्यूसी फिलिस्तीनी लोगों के जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालीन समर्थन को दोहराती है।’ पार्टी ने आगे कहा, ‘सीडब्ल्यूसी तुरंत युद्धविराम और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अपरिहार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का आह्वान करती है।’
हमास ने शनिवार सुबह इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में सैकड़ों इजरायलियों ने जान गंवाई थी। जवाब में इजरायल ने भी हमास पर हमला किया। तभी से दोनों के बीच जंग छिड़ी हुई है। कांग्रेस ने एक दिन पहले कहा था कि वह इजरायलियों पर क्रूर हमलों की निंदा करती है। यह और बात है कि उसके रुख में अगले दिन बदलाव आ गया।
साभार : नवभारत टाइम्स
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