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साथ चाय पीने और प्रत्रकार वार्ता से नहीं होता विपक्ष मजबूत : प्रशांत किशोर

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पटना. चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने विपक्षी एकता (Opposition Unity) को लेकर की जा रही कोशिशों पर जोरदार निशाना साधा. प्रशांत किशोर ने कहा कि चाय पीने और प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से यदि विपक्ष मजबूत होता तो 20 साल पहले ही हो गया होता. जन सुराज (Jan Suraaj) के संस्थापक प्रशांत किशोर ने विपक्षी एकता पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए. प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि आज लालू यादव की पार्टी आरजेडी के जीरो सांसद हैं और वे देश का प्रधानमंत्री तय कर रहे हैं. जिस पार्टी के पास अपना ठिकाना नहीं है वो पूरे भारत की अलग-अलग पार्टियों को इकट्ठा करने में लगा है.

नीतीश से पीके का सवाल

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार हाल ही में ममता बनर्जी से मिले. इस पर प्रशांत किशोर ने सवाल किया कि क्या ममता, लालू और नीतीश कुमार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट देने के लिए तैयार हुई हैं? क्या नीतीश कुमार और लालू यादव बिहार में तृणमूल कांग्रेस को एक भी लोकसभा सीट देने के लिए रेडी हो गए हैं?

अखिलेश पर भी साधा निशाना

प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पूछता कौन है? नीतीश कुमार हाल ही में यूपी में अखिलेश यादव से भी मिलने गए थे. अखिलेश यादव की सपा को लोकसभा चुनाव 2014 में 5 और 2019 में भी सिर्फ 5 सीटें ही मिली थीं. हालांकि, अब वे बात ऐसे कर रहे हैं जैसे कि 500 सांसद इन्हीं के पास हैं.

विपक्षी एकता पर साधा निशाना

उन्होंने आगे कहा कि आज ये बीजेपी की बी टीम हैं, क्योंकि ये अपनी दुकान चला रहे हैं. ये महज अपनी-अपनी डफली बजाने वाले लोग हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि ये लोग घर से निकलने के बाद 5 किलोमीटर चल नहीं सकते, कोई काम नहीं कर सकते, कोई दौरा नहीं कर सकते, ये पॉलिटिक्स क्या करेंगे.

साभार : जी न्यूज़

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