शनिवार, मई 18 2024 | 01:13:10 PM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / खालिस्तानियों ने कनाडा में हिंदू मंदिर में की तोड़फोड़

खालिस्तानियों ने कनाडा में हिंदू मंदिर में की तोड़फोड़

Follow us on:

टोरंटो. कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक बार फिर से खालिस्तान समर्थकों ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की है. रात खालिस्तानियों ने पहले तो मंदिर में तोड़फोड़ की और इसे नुकसान पहुंचाया. इसके बाद जाते वक्त मंदिर के मुख्य दरवाजे पर खालिस्तान जनमत संग्रह के पोस्टर चिपका दिए. खालिस्तानियों की ये पूरी करतूत पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. पोस्टर में लिखा गया है कि कनाडा 18 जून को हुई हत्या में भारत की भूमिका की जांच कर रहा है. मंदिर के दरवाजे पर लगाए गए पोस्टर में हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर है. दरअसल, जून के महीने में ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे शहर में हरदीप सिंह की हत्या कर दी गई. खालिस्तानियों ने आरोप लगाया है कि हरदीप को ठिकाने लगाने में भारत का हाथ है, लेकिन कनाडा ने ये मानने से इनकार कर दिया है.

कौन था हरदीप सिंह निज्जर

दरअसल, हरदीप सिंह निज्जर कनाडा के सर्रे शहर में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब का प्रमुख था. 18 जून की शाम दो अज्ञात लोगों ने गुरुद्वारा परिसर में हरदीप सिंह की हत्या कर दी. हरदीप गुरुद्वारा साहिब का प्रमुख होने के अलावा खालिस्तानी अलगाववादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का भी प्रमुख था. वह कनाडा में भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले मुख्य अलगाववादियों में से एक था. हरदीप की हत्या के बाद खालिस्तान समर्थकों ने भारत को इसका जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया. हालांकि, हरदीप के करीबी रहे एक व्यक्ति ने खुलासा किया है कि कनाडा की एजेंसियों ने भारत से उसकी जान को खतरा होने की बात को नकार दिया है. कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही हरदीप को बता दिया था कि उसे निशाना बनाया जा सकता है. इसलिए वह अपनी लोकेशन बदलते रहे.

मंदिर हमले की तीसरी घटना

वहीं, कनाडा में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की इस साल में ये तीसरी घटना है. 31 जनवरी को ही कनाडा के ब्रैम्पटन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. इसके ऊपर भारत-विरोधी बातें भी लिखी गईं. खालिस्तानियों की इस हरकत से वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के बीच खासा नाराजगी थी. ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने उस वक्त मंदिर की दीवारों पर लिखे गए भारत-विरोधी नारों की आलोचना की थी. इस साल अप्रैल में ही कनाडा के ओंटारियो में भी एक हिंदू मंदिर खालिस्तानियों के निशाने पर आया था. इस पर भी भारत-विरोधी नारों को लिखा गया. पुलिस की तरफ से एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया था, जिसमें दो लोगों को मंदिर की दीवार पर स्प्रे पेंट के जरिए भारत विरोधी नारा लिखते हुए देखा गया.

साभार : एबीपी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को मारी गोली, हालत नाजुक

ब्रातिस्लावा. यूरोपीय देश स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को बुधवार (15 मई) को हमलावरों ने …