सोमवार , मई 06 2024 | 07:47:25 PM
Breaking News
Home / राज्य / झारखण्ड / ईडी ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के बाद छोड़ा

ईडी ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के बाद छोड़ा

Follow us on:

रांची. प्रवर्तन निदेशालय ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल से कल दिनभर पूछताछ की। लंबी पूछताछ के बाद विष्णु अग्रवाल को शाम को छोड़ दिया गया। विष्णु अग्रवाल से रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन खरीद-बिक्री मामले में पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल कई सवालों का जवाब नहीं दे पाये। विष्णु अग्रवाल को ईडी ने दिन के 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया था। वह दिन भर ईडी कार्यलाय में रहे, कई बार सेहत अच्छी नहीं होने का हवाला दिया। कई सवालों को टाल दिया लेकिन ईडी ने उनसे लंबी पूछताछ की है अब संभावना जताई जा रही है कि ईडी और सबूतों के साथ दोबारा विष्णु अग्रवाल को बुला सकती है। ईडी ने पूछताछ के दौरान कारोबारी विष्णु अग्रवाल से जमीन संबंधित कागजात मांगे। विष्णु अग्रवाल जमीन संबंधी कागज भी दिखा नहीं सके।

विष्णु अग्रवाल से ईडी ने पूछा परिवार में किसके पास कितनी संपत्ति

ईडी ने पहले उनसे और उनके पारिवार के दूसरे सदस्यों के संपत्ति के संबंध में जानकारी मांगी। पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल ने खुद को बेकसूर बताया। जब ईडी ने पूछा की जमीन की कीमत आपको इतनी कम कैसे मिली तो विष्णु अग्रवाल ने इस सवाल पर चुप्पी साध ली। विष्णु अग्रवाल से रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन और उनके संबंधों पर भी सवाल किया गया। पूर्व उपायुक्त के गोवा यात्रा पर भी सवाल हुए। ईडी ने पहले भी विष्णु अग्रवाल को बुलाया था लेकिन खराब सेहत का हवाला देते हुए कारोबारी ने जवाब देने में ईडी के साथ पूछताछ के लिए लंबे समय तक बैठने में अमसर्थता जता दी थी। ईडी ने जालसाजी कर रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन खरीद-बिक्री मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से बुधवार 21 जून, 2023 को ईडी के हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ की गयी है।

मोबाइल से मिले थे पूर्व उपायुक्त के गोवा ट्रिप के सबूत

ईडी ने चार नवंबर 2022 को दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री करने के मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल सहित अन्य के ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान ईडी ने कई अहम सबूत जब्त किए थे। जब्त किये गये मोबाइल से ईडी को यह सुराग मिला था कि विष्णु अग्रवाल ने छवि रंजन को गोवा की ट्रिप कराई थी। यात्रा की व्यवस्था एक ट्रैवल एजेंट के माध्यम से की गयी थी। ट्रेवल एजेंट को नकद भुगतान किया गया था. जांच में पाया गया कि इसके बदले छवि रंजन ने नामकुम अंचल के पुगड़ू मौजा में जमीन खरीद के मामले में विष्णु अग्रवाल की मदद की थी।

साभार : दैनिक भास्कर

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

झामुमो का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हुईं सीता सोरेन

रांची. राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का आंतरिक कलह सामने लगा है। इस …