शनिवार, नवंबर 16 2024 | 01:10:43 AM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / महाशिवरात्रि पर 140 तीर्थयात्रियों को कैलाश मानसरोवर दर्शन करवा कर ट्रिप टू टेंपल्स ने रचा इतिहास

महाशिवरात्रि पर 140 तीर्थयात्रियों को कैलाश मानसरोवर दर्शन करवा कर ट्रिप टू टेंपल्स ने रचा इतिहास

Follow us on:

महाशिवरात्रि पर सर्वाधिक कैलाश मानसरोवर दर्शनों के साथ ट्रिप टू टेंपल्स ने तोड़ा रिकॉर्ड

काठमांडू, नेपाल | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत

कैलाश मानसरोवर दर्शन हेतु पर्वतीय उड़ानों की शुरुआत करने वाले संस्थान ट्रिप टू टेम्पल्स ने महाशिवरात्रि (8 मार्च, 2024) के पवित्र अवसर पर 140 भक्तों को एकसाथ तीर्थयात्रा करवा कर रिकॉर्ड स्थापित किया है। अद्भुत व असाधारण तीर्थयात्रा सेवाओं के लिए प्रसिद्ध, ट्रिप टू टेंपल्स कंपनी के लिए यह उपलब्धि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर ट्रिप टू टेंपल्स द्वारा आयोजित कैलाश मानसरोवर दर्शन के बाद श्रद्धालुओं का पहला जत्था

ट्रिप टू टेंपल्स द्वारा आयोजित इस यात्रा के दौरान सभी 140 यात्रियों के लिए एक अद्वितीय हवाई दर्शन अनुभव सुनिश्चित किया गया। इसके लिए उड़ानों को इस प्रकार संजोजित किया गया था कि सभी यात्रियों को विंडो सीट मिले व कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के स्पष्ट दृश्यों का अनुभव मिल सके। यात्रा के लिए आने-जाने की उड़ान की अवधि लगभग 1 घंटा 15 मिनट की रही।

ट्रिप टू टेम्पल्स के सीईओ व एमडी विकास मिश्रा ने यात्रा के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि, “जनवरी में हमने पहली उड़ान आयोजित की जिसे यात्रियों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इसके बाद हमें कैलाश दर्शन के हवाई दर्शन हेतु बड़ी सँख्या में अनुरोध प्राप्त हुए। हमने सभी 140 तीर्थयात्रियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उन्हें चार समूहों में बाँटा और उड़ानों का एक कंबिनेशन बनाया। इसमें 70-सीटर विमानों के साथ तीन राउंड और 50-सीटर के साथ एक राउंड किया गया। इस प्रकार सभी यात्रियों को विंडो सीट की गारंटी के साथ निर्बाधित व मनमोहक दृश्यों को देखने का अनुभव मिला।

मिश्रा ने बताया कि, “हमारा उद्देश्य भारतीय यात्रियों के लिए तीर्थ-पर्यटन के अनुभव को बेहतर बनाना है। हम भारत व दक्षिण एशिया में विभिन्न प्रकार के विशेष तीर्थ स्थलों की यात्रा उपलब्ध करवाते हैं। इसमें हवाई पर्यटन एक नया सेगमेंट है, जिसे हमने इस वर्ष पेश किया है। यह विकल्प युवाओं और वृद्धों दोनों के लिए उपयुक्त है। विशेषकर जब भौगोलिक और राजनीतिक कठिनाइयों के चलते पारंपरिक तीर्थयात्रा यात्रा संभव नहीं हो पा रही हैं। हमारा मानना है कि भक्तों के लिए यह हवाई दर्शन उनकी शारीरिक क्षमताओं की परवाह किए बिना आस्था व विश्वास से जुड़ने का एक अनूठा और सुलभ तरीका है।

ट्रिप टू टेंपल्स की यह सफलता उनकी इस अभूतपूर्व पहल के कारण संभव हो पाई है क्योंकि COVID के बाद कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की यह पहली हवाई तीर्थयात्रा है। जनवरी 2024 में शुरू हुए इस कार्यक्रम ने यात्रा प्रतिबंधों और वीज़ा की अनेक कठिनाइयों व चुनौतियों को आसान बनाया है। इस से भक्तों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और सुलभ विकल्प प्राप्त हुआ है। जनवरी में आयोजित की गई पहली उड़ान ने 39 तीर्थयात्रियों को दर्शन करवाए थे।

इस क्षेत्र में अपने अनुभव व विशेषज्ञता के साथ ट्रिप टू टेंपल्स ने महाशिवरात्रि पर अब तक के सबसे बड़े कैलाश मानसरोवर दर्शन का आयोजन किया। इस उपलब्धि से साफ है कि तीर्थयात्रा पर्यटन का चलन और ऐसे अद्वितीय हवाई दर्शनों के अनुभव की मांग बढ़ रही है।

7 मार्च से शुरू हुई तीन-दिवसीय तीर्थयात्रा ने जनवरी में हुए कार्यक्रम की सफलता को प्रतिबिंबित किया। लखनऊ से नेपालगंज तक आरामदायक परिवहन के साथ एक सफल शुभारंभ हुआ जिसके बाद 4-सितारा होटल में यात्रियों का स्वागत किया गया। उपवास रखने वालों के लिए अलग भोजन व्यवस्था के साथ यात्रा के दौरान शाकाहारी भोजन का प्रबंध किया गया था।

यात्रा का मुख्य आकर्षण बागेश्वरी देवी मंदिर में दर्शन व सामूहिक हवन आयोजन था, जिसका संचालन वाराणसी के दो पंडितों द्वारा किया गया, जिसकी व्यवस्था ट्रिप टू टेंपल्स द्वारा की गई थी। इस शुभ दिन पर तीर्थयात्रियों ने छोटे जत्थों में भाग लिया।

इस विशेष तीर्थयात्रा को स्मरणीय बनाने के लिए, ट्रिप टू टेंपल्स ने प्रत्येक यात्री को एक “आई एम कैलाशी” टी-शर्ट, टोपी, स्लिंग बैग, टॉयलेटरी पाउच, असली रुद्राक्ष रिस्टबैंड, पूजा प्रसाद और पवित्र मानसरोवर जल सहित उपहार भेंट किए।

ट्रिप टू टेंपल्स कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा को आरामदायक व सुलभ बनाने एवं आध्यात्मिकता को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड के बाद कार्यक्रम के सफल शुभारंभ के बाद यह रिकॉर्डतोड़ महाशिवरात्रि दर्शन, सभी उम्र और शारीरिक क्षमताओं के भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने के लिए, कंपनी के समर्पण का उदाहरण है।

Featured Article

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

स्विट्जरलैंड ने नए साल से मुस्लिम महिलाओं के लिए भी बुर्का पहनने पर लगाया प्रतिबंध

बर्न. हाल ही में स्विट्जरलैंड ने बुर्का जैसी पूरे चेहरे को ढकने वाले कपड़ों पर …