रायपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है। यहां के अबूझमाड़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद लौट रहे जवानों के पिकअप वाहन को सोमवार दोपहर को नक्सलियों ने विस्फाेटक से उड़ा दिया। हमले में चालक समेत 9 जवानों के बलिदान की खबर है। मौके पर सुरक्षाबलों की एक टीम भेजी गई है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने सड़क पर आईईडी लगा रखी थी। पिकअप के ऊपर गुजरते ही तेज धमाका हुआ।
नारायणपुर से लौट रहे थे जवान
हमले में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के 9 जवानों के बलिदान होने की खबर है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की। बताया जा रहा है कि यह वारदात बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में हुई है। रविवार को नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद जवान वहां से लौट रहे थे।
पिकअप पर सवार थे 20 जवान
हमला बीजापुर जिले के कुटरू–बेदरे मार्ग पर अमेली के नजदीक हुआ है। रविवार को नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद जवान लौट रहे थे। चार दिन तक जंगल में पैदल चलने के बाद जवान थके हुए थे। इसलिए वे पिकअप वाहन में सवार हो गए। विस्फोट के समय वाहन में लगभग 20 जवान सवार थे। घटना की सूचना के बाद बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। घायल जवानों को वहां से निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। बता दें कि इस मुठभेड़ में डीआरजी के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम बलिदान हो गए थे। वे आत्मसमर्पित नक्सली थे। 2017 में उन्होंने समर्पण किया था। 2019 में वह जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) में शामिल हुआ था। इसके बाद वह लगातार कई मुठभेड़ में शामिल रहा है।
नक्सलियों के पांच शव मिले
वहीं मुठभेड़ के बाद सोमवार को एक और पुरुष नक्सली का शव मिला है। इसके साथ ही अब तक दो महिला सहित पांच वर्दीधारी नक्सलियों के शव पुलिस को मिल चुके हैं। पुलिस के अनुसार मारे गए नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के वरिष्ठ कैडर के हो सकते हैं।
चार जिलों की टीमें ऑपरेशन में जुटीं
नक्सलियों की पहचान की जा रही है। घटनास्थल से अब तक एके-47, सेल्फ लोडिंग रायफल व अन्य अत्याधुनिक हथियार बरामद किए जा चुके हैं। इस अभियान में चार जिले दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के साथ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की सयुक्त टीमें दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में अभियान चला रही हैं।
घटनास्थल भेजी गई सुरक्षाबलों की टीम
नक्सलियों के हमले के बाद सुरक्षाबलों की एक टीम को तत्काल घटनास्थल पर भेजा गया है। पिछले कुछ दिनों से सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इससे बौखलाए नक्सली कायराना हरकतों पर उतर आए हैं। 2010 में नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में बड़ा हमला किया था। नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों से भरे वाहन को उड़ा दिया था। हमले में 75 जवानों ने बलिदान दिया था।
- मार्च 2018: सुकमा जिले के क्रिस्टाराम थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट में वाहन को उड़ाया था। हमले में नौ जवान बलिदानहो गए थे।
- अप्रैल 2023: दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में नक्सलियों ने डीआरजी जवानों के वाहन को उड़ाया था। इसमें 10 जवान और एक चालक ने बलिदान दिया था।
साभार : दैनिक जागरण
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