नई दिल्ली (मा.स.स.). भारत-अमेरिका रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल (डीटीटीआई) के तत्वावधान में गठित विमान वाहक प्रौद्योगिकी सहयोग (जेडब्ल्यूजीएसीटीसी) पर संयुक्त कार्य समूह की छठी बैठक 27 फरवरी से 3 मार्च तक भारत में आयोजित की गई। कैरियर्स के कार्यक्रम कार्यकारी अधिकारी (पीईओ) आरएडीएम जेम्स डाउनी के नेतृत्व में एक 11 सदस्यीय अमेरिकी शिष्टमंडल ने दिल्ली और कोच्चि में विभिन्न रक्षा/औद्योगिक प्रतिष्ठानों का दौरा किया। संयुक्त कार्य समूह की बैठक का उद्घाटन सत्र 27 फरवरी को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था और इसकी सह-अध्यक्षता सहायक नियंत्रक कैरियर प्रोजेक्ट्स (एसीसीपी) के आरएडीएम संदीप मेहता ने की थी।
बैठक के दौरान, आरएडीएम डाउनी ने विमान वाहक के निर्माण में सक्षम बहुत कम देशों में से एक के रूप में भारत की स्थिति को स्वीकार किया और जहाज के कमीशन होने के बाद कम समय में स्वदेशी वाहक से स्वदेशी विमान, एलसीए के संचालन की भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना की। इसके अतिरिक्त, दोनों पक्षों ने संयुक्त कार्य समूह द्वारा अब तक किए गए अच्छे कार्यों को रेखांकित किया। विमान वाहक प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं के तहत भविष्य के सहयोग से जुड़ी योजनाओं पर भी चर्चा की गई और एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया। दौरे के हिस्से के रूप में, अमेरिकी शिष्टमंडल ने दिल्ली और कोच्चि दोनों स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ परस्पर बातचीत की। इस बैठक ने विमान वाहक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच जारी सहयोग में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्रदर्शित की।
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