येरूशलम. गाजा के अल अहली अरब अस्पताल पर हुए अटैक को लेकर इजरायल ने कहा है कि यह हमला उसकी ओर से नहीं किया गया है. इजरायली विदेश मंत्री ने अपने जारी बयान में कहा है कि हमास का आरोप झूठा है और इजरायल इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को सबूत देगा. बीते 13 दिनों से जारी जंग में अब अमेरिका ने हमास से जुड़े 9 सदस्यों और एक यूनिट पर प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है. हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला बोला था और अब इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर हमला किया है.
इजरायली विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि आतंकी संगठन हमास ने अत्याचार किए, लेकिन इजरायल के लोगों का साहस, प्रतिबद्धता और बहादुरी अद्भुत है, आश्चर्यजनक है. हमास की ओर शुरू की गई जंग का हमारी सेना सही ढंग से जवाब दे रही है. लेकिन अस्पताल पर हमने हमला नहीं किया है.
हमास के फाइनेंसरों पर तुरंत होगी कार्रवाई
इधर, अमेरिका के फाइनेंशियल डिपार्टमेंट के सचिव जेनेट येलेन ने कहा है कि हमास ने बच्चों सहित इजरायली नागरिकों पर क्रूर हमला किया है; इसके बाद हमास के फाइनेंसरों और मददगारों पर त्वरित कार्रवाई होगी. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अस्पताल में हमले के लिए इजरायल नहीं, बल्कि हमास खुद जिम्मेदार है. हम सार्वजनिक रूप से इजरायल के साथ हैं. आतंकी समूह हमास ने 1300 से अधिक लोगों की हत्या की है, इसमें 31 अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं.
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- मृतक संख्या का अनुमान है, सही आंकड़ा नहीं बता सकते
समाचार एजेंसी एपी ने बताया है कि गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने अल अहली अरब अस्पताल में हुई मौतों की संख्या को घटाकर 471 कर दिया है. पहले मृतक संख्या 500 बताई गई थी. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि किस आधार पर आंकड़ों में कमी की गई है. अल अहली अरब अस्पताल का कहना है कि हवाई हमले में अस्पताल में मारे गए लोगों की सही संख्या का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है, इस हमले में कई लोग लापता भी हैं और यहां शवों के हिस्सों से मृतक संख्या का अनुमान लगाया जा रहा है.
साभार : न्यूज़18
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