लखनऊ. उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में हुई कई सनसनीखेज वारदातों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक की. तीन घंटे तक चली मीटिंग में राज्य के सभी पुलिस थानेदार तक मौजूद रहे. सभी थानेदार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. कई जिलों की पुलिस के कामकाज से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब गड़बड़ी करने वाले पुलिसवालों को सिर्फ सस्पेंड ही नहीं, नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा. ये भी तय हुआ कि सभी जिलों में एक महिला पुलिस थाना के अलावा एक और थाने में सिर्फ महिला थानेदार को ही तैनात किया जाएगा.
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने नवरात्रि से मिशन शक्ति शुरू करने का निर्देश दिया. इसके तहत एंटी रोमियो स्क्वाड की चौकसी बढ़ाई जाएगी. अंबेडकरनगर जिले में छेड़खानी से एक लड़की की मौत पर उन्होंने नाराजगी जताई. सीएम योगी ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी कोई घटना दोहराई गई तो फिर सब बर्खास्त किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इनकी सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है. यूपी में निवेश बढ़ रहा है, लेकिन अपराध की घटनाओं से यूपी की छवि खराब होती है.
मीटिंग में वर्चुअल जुड़े 1,761 थानों के थानेदार
कनून-व्यवस्था की इस बैठक में सभी 1,761 पुलिस थानों के थानेदार जुड़े. सभी जिलों के डीएसपी, एसपी, एसएसपी, पुलिस कमिश्नर से लेकर डीआईजी, आईजी, एडीजी और डीजी रैंक के अफसर शामिल हुए. इस मीटिंग में सिर्फ सीएम योगी ही बोले. बैठक में कई विभागों के प्रमुख सचिव रैंक के सीनियर आईएएस अफसर भी मौजूद रहे. सीएम योगी ने आगरा में राधास्वामी सत्संग वाले मामले को लेकर नाराजगी जताई.
आगरा की घटना पर CM योगी ने पुलिस कमिश्रन को फटकारा
बता दें कि इस घटना में कई पुलिसवाले घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगरा के पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह को फटकार लगाई. सुल्तानपुर में शनिवार को ही एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर का भी दौरा किया था. डॉक्टर की हत्या पर मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर के एसपी सोमेन वर्मा को कड़ी चेतावनी दी.
हापुड़ SP पर भी नाराज हुए CM योगी आदित्यनाथ
हाल के दिनों में यूपी के वकील लंबे समय तक हड़ताल पर रहे. हापुड में वकीलों के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था, जिसके बाद वकीलों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन कर दिया था. वकीलों की मांग के आगे सरकार को झुकना पड़ा था. कई पुलिसवालों को सस्पेंड किया, कुछ का ट्रांसफर हुआ और कई पुलिसवालों पर मुकदमा भी दर्ज हुआ. इस मामले को लेकर हापुड़ के एसपी अभिषेक वर्मा पर सीएम योगी काफी नाराज हुए. कानून-व्यवस्था की बैठक में प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और नोएडा के पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने भी प्रेजेंटेशन दिया.
सभी 17 नगर निगमों को सेफ सिटी बनाएं
सीएम योगी ने गौतम बुद्ध नगर समेत यूपी के 17 नगर निगमों को सेफ सिटी बनाने को कहा, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया. शहरी इलाकों में पिंक टॉयलेट बनाने के निर्देश दिए. मीटिंग में महिला आरक्षण बिल को लेकर भी चर्चा हुई. फैसला हुआ कि महिला कांस्टेबल अपने-अपने इलाकों में जाकर महिलाओं से मिलें और उन्हें अपने अधिकार के बारे में जागरूक करें. जिन गाड़ियों पर जाति सूचक शब्द लिखे रहते हैं, उनके खिलाफ अभियान को और तेज करने को कहा गया है.
शोहदों के खिलाफ एक बार फिर से अभियान चलाएं
बाइक और गाड़ियों से स्टंट करने वालों पर अभियान चलाकर कार्रवाई करने को कहा गया है. कहा गया कि इन पर कार्रवाई करने के बाद सोशल मीडिया पर भी इसका प्रचार-प्रसार करें, जिससे बाकी लोग ऐसा करने से बचें. शोहदों के खिलाफ एक बार फिर से अभियान चलाने का फैसला हुआ है. स्कूल, कॉलेज और बाजार में सादे ड्रेस में पुलिसवाले ऐसे लोगों पर नजर रखेंगे. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि सभा पुलिस थानों में एक साइबर डेस्क बने. माफिया पर लगातार एक्शन जारी रखने को कहा गया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में ये कह कर सबको चौंका दिया कि बिना पुलिस तंत्र के भी उन्हें फीडबैक मिलता रहता है. कौन अफसर कैसा काम कर रहा है, इसकी उन्हें पूरी जानकारी है. उन्होंने कहा कि अगर किसी पुलिस कमिश्नर या फिर एसपी ने किसी दागी छवि वाले को थानेदार बनाया तो फिर उस पर भी एक्शन होगा. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की ये पहली ऐसी मीटिंग था, जिसमें सभी थानेदार भी जुड़े. सीएम योगी लगातार ढाई घंटे तक दिशा-निर्देश देते रहे.
साभार : टीवी9 भारतवर्ष
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं