इस्लामाबाद. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी आर्मी की फ्रंटियर कॉप्स और रेंजर सेना की लामबंदी को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) ने अपनी मांगों को लेकर 11 मई को PoK के मुजफ्फराबाद में एक प्रोटेस्ट मार्च निकालने का ऐलान किया है. जिसके मद्देनजर राज्य सरकार ने CAF और पंजाब पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों की मांग की है. राज्यों ने बाहर से सेना तैनात करने और स्थिति से सख्ती से निपटने की योजना बनाई है. जिसके चलते प्रदर्शनकारी भड़क उठे हैं. ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी के नेताओं ने फैसला किया है कि 11 मई की घटना को बलपूर्वक विफल करने की सरकार की किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा.
PoK की अवाम दशकों से लड़ रही है
पीओके के लोगों का ये गुस्सा आज का नहीं है. ये गुस्सा PoK की आवाम में बीते कई सालों से है. जो अब तेजी से बाहर निकल रहा है. पाकिस्तानी सेना के विरोध में PoK की जनता गुस्सा सातवें आसमान पर है. यहां पाकिस्तानी आर्मी की फ्रंटियर कॉप्स और रेंजर सेना की लामबंदी को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. ज्वाइट आवामी एक्शन कमेटी ने अपनी मांगों को लेकर 11 मई को PoK के मुजफ्फराबाद में एक प्रोटेस्ट मार्च निकालने का ऐलान किया है. उसे रोकने के लिए पाक फौज तैनात की गई है.
लोगों गुस्से में हैं. पिछले कई दिनों से पाक आर्मी लगातार यहां पीओके के लोगों को परेशान कर रही है. उन पर जुल्म कर रही है लेकिन जब जुल्म की इंतेहा हो जाती है तो आवाम जुल्म के खिलाफ खड़ी हो जाती है. यही हाल पाकिस्तान का हो रहा है. लोगों की लंबी करतार पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही. विरोधियों का हुजूम बढ़ रहा है तो उनका कारवां लंबा हो रहा है. भीड़ मुजफ्फराबाद तक मार्च निकाल रही है.
दरअसल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान और कठपुतली प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन उग्र हो गया है. पिछले चार महीने से महंगाई, अप्रत्याशित बिजली बिल और अन्य करों के विरोध में प्रदर्शन जारी है. क्षेत्र के निवासियों की चिंताओं का समाधान नहीं किया गया तो प्रदर्शन और तेज हो जाएगा. लेकिन लोगों की मांग को सरकार ने अनदेखा कर दिया. जिसके बाद जनता का सब्र टूट गया और फिर जो हुआ आपके सामने है. इस प्रदर्शन में महिलाएं, बच्चे और यहां तक कि छात्र भी आगे आ गए हैं. अब छात्र आंदोलन में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं.
हालांकि आंदोलन से परेशान प्रशासन ने छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. और इन पर बल प्रयोग कर रहा है. PoK में जहां एक बगावत हो रही है तो वहीं दूसरी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके पर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि भारत कभी भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर अपना दावा नहीं छोड़ेगा. हमको बलपूर्वक उसको आजाद करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. वो खुद कश्मीर में हो रहे विकास को देखने के बाद भारत का होना चाहेगा. भारत ने हमेशा से साफ साफ शब्दों में कहा पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा विदेश मंत्री एस जय़शंकर ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा बनकर रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत की हर राजनीतिक पार्टी इस बात के लिए प्रतिबद्ध है.
वहीं पाकिस्तान के सबसे बड़े सूबे बलूचिस्तान में लोगों का गुस्सा सरकार के ऊपर फूट रहा है. सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की ऐसी चिंगारी भड़की है, बलूचिस्तान को पड़ोसी मुल्क के सबसे अस्थिर इलाकों में से एक माना जाता है. यहां पहले भी धरना-प्रदर्शन होते रहे हैं. हालांकि, इस बार जिस तरह से प्रदर्शन हो रहे हैं, उसने पाकिस्तानी सरकार के माथे पर शिकन की लकीरें खींच दी हैं. जिसके बाद से ये लगने लगा है पाकिस्तान में उठ रही बगावत की आवाज से पाकिस्तान फिर टुकड़ों में बंटेगा.
साभार : जी न्यूज
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