लखनऊ. प्रयागराज में 45 दिवसीय महाकुंभ के चौथे दिन श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई. दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में 7 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. माना जा रहा है कि तीसरे शाही स्नान पर 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर 3.5 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई थी. दस देशों का 21 सदस्यीय दल संगम में स्नान करने के लिए पहुंचा. इससे पहले विदेशी दल ने रात्रि में अखाड़ों के संतो के दर्शन भी किए. महाकुम्भ में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक ‘संस्कृति का महाकुम्भ’होगा. मुख्य मंच गंगा पंडाल का होगा, जिसमें देश के नामचीन कलाकार भारतीय संस्कृति का प्रवाह करेंगे.
मुख्य सचिव और डीजीपी यूपी ने महाकुंभ का किया निरीक्षण
मुख्य सचिव और डीजीपी उत्तर प्रदेश ने महाकुम्भ की तैयारियों का किया स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा. मौनी अमावस्या पर्व के साथ ही पीएम की विजिट और कैबिनेट बैठक को लेकर समय पर तैयारियों के निर्देश. सभी सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस के साथ ही सभी विभागों के अधिकारी भी रहें मौजूद.
महाकुंभ में शाम 5 बजे तक का आंकड़ा
महाकुंभ में आज कल्पवासियों की संख्या 10 लाख से अधिक रही. साथ ही 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे. कुल मिलाकर आज संगम में 25 लाख से ज्यादा लोगों ने पवित्र स्नान किया. महाकुंभ के इस विशेष स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं का अद्भुत उत्साह देखने को मिला.
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की सराहना की, अखिलेश यादव पर साधा निशाना
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से खास बातचीत में महाकुंभ की व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ की गई. उन्होंने सनातन बोर्ड के गठन की वकालत की और वक्फ बोर्ड पर भी हमला बोला. अखिलेश यादव द्वारा कुंभ की व्यवस्थाओं पर उठाए गए सवालों और मुलायम सिंह की मूर्ति लगाने को लेकर कटाक्ष किया. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी की प्रशंसा की और कहा कि देश की बात करनी चाहिए, न कि एक पक्ष की.
साभार : जी न्यूज
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं