नई दिल्ली (मा.स.स.). एयर फोर्स वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए) ने आज अपनी 62वीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर को मनाने के लिए, एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए ने वायु सेना सभागार, सुब्रतो पार्क, नई दिल्ली में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास तथा अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति जूबिन इरानी मुख्य अतिथि थीं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर, एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष नीता चौधरी उपस्थित थीं।
इस मौके पर, एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए द्वारा संचालित ‘निट्टाथॉन’ नामक एक विशेष अभियान की परिणति भी हुई, जिसमें लगभग 3,000 महिलाओं (सभी एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए सदस्य) ने तीन महीने की अवधि में सामूहिक रूप से 41,000 से अधिक ऊनी टोपियां बुनीं। एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए ने महज तीन महीनों में भारी मात्रा में बुनी हुई टोपी (41, 541) बनाने का गिनीज विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस अवसर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के एडजुडिकेटर द्वारा पुरस्कार की घोषणा की गई। एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष नीता चौधरी ने एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर, स्मृति जूबिन इरानी द्वारा विभिन्न श्रेणियों में निट्टाथॉन की पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय उपलब्धि पर एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए को बधाई देते हुए, स्मृति जूबिन इरानी ने कहा कि निट्टाथॉन में संगिनियों (वायु सैनिकों की पत्नियों) की सटीकता पर आधारित भागीदारी वाकई सराहनीय है। उन्होंने कहा कि एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए द्वारा वंचितों और गरीबों को इसका वितरण उन्हें राहत और ढाढ़स प्रदान करेगा। उन्होंने संगिनियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए को एक बुनी हुई ऊनी टोपी देने का वादा भी किया।
नीता चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा, “इस प्रयास का उद्देश्य वंचितों की मदद करना है। सभी सदस्यों ने अपना काम किया। मुझे इसका हिस्सा होने और एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए पर गर्व है।” उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि ध्यान और समर्पण एक साधारण गृहिणी को असाधारण बना सकता है। उन्होंने कहा कि निट्टाथॉन जबरदस्त प्रतिक्रिया के साथ एक समुदाय -संचालित गतिविधि बन गई और इसने बुनाई की पुरानी कला को पुनर्जीवित किया।
बुनाई के एक विशेष अभियान ‘निट्टाथॉन’ के अनूठे विचार की परिकल्पना मुख्य रूप से कठोर सर्दियों के दौरान वंचितों और गरीबों को राहत प्रदान करने और बुनाई की पुरानी कला को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से की गई थी। इस प्रक्रिया में, वायु सेना से जुड़ी महिलाओं को एक उत्पादक कला के कौशल में निपुण किया गया और इस प्रकार उन्हें सही मायने में सशक्त बनाया गया। ये बुनी हुई टोपियां देश के बेघर और गरीब लोगों को आने वाले सर्दियों के महीनों में उन्हें राहत प्रदान करने के लिए दान की जायेंगी। निट्टाथॉन 15 जुलाई 2022 को पूरे भारत में शुरू हुआ और आज एएफडब्ल्यूडब्ल्यूए दिवस समारोह के साथ समाप्त हुआ।
एयर फोर्स वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन भारतीय वायु सेना से जुड़े परिवारों के लिए मुख्य कल्याणकारी संगठन है। इसके सदस्यों, जिन्हें संगिनी के नाम से जाना जाता है, का सशक्तिकरण, बच्चों का समग्र विकास, समाज के जरूरतमंद वर्गों की मदद करना आदि इसके कुछ प्राथमिक उद्देश्य हैं। वर्षों से वरिष्ठ नागरिकों, विशेष बच्चों और अनाथों के लिए इस एसोसिएशन द्वारा दिया गया योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
यह भी पढ़ें : खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनगिनत कदम उठाए हैं : केंद्र सरकार
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
https://vyaparapp.in/store/Pustaknama/15
https://www.meesho.com/hindi-paperback-history-books/p/2r4nct
इस पुस्तक को ई-बुक के रूप में खरीदने हेतु कृपया निम्न लिंक पर क्लिक करें –
https://www.amazon.in/dp/B0aar BCH59SF8