लखनऊ. सपा सांसद डॉ एस टी हसन ने ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा अगर कोई नाम और मजहब छुपाकर किसी लड़की को फंसाता और शादी करता है तो यह 101% गलत है और इस्लाम के खिलाफ है. साथ ही सपा सांसद ने मुस्लिम लड़कियों को भी हिदायद दी. आपको बता दें बीते दिनों डॉ एस टी हसन ने कहा था कि मुस्लिम लड़के हिंदू लड़कियों को अपनी बहन मानें.
डॉ एस टी हसन ने कहा कि मौलाना ने जो बात कही की आप अपना नाम और मजहब छुपाकर किसी लड़की को फंसाना 101% गलत है. ऐसा नहीं होना चाहिए. मेरा ये मानना है की जब दों बच्चों में प्यार मोहब्बत हो जाता है तो वो तमाम मजहब और जाती की दीवारें गिरा दी जाती हैं जब वो शादियां करते है साथ रहते है तो सोसायटी का प्रेशर पढ़ता है, उनके ऊपर जो हमारे भगवा ब्रिगेड हैं उनका प्रेशर पड़ता है. घरवाले नाराज होते हैं तो मजबूरन ये लोग ये कह देते है की हमें ये नहीं मालूम था कि ये हिंदू या मुसलमान था.
पहचान छुपाकर लड़कियों को फंसाना इस्लाम के खिलाफ
अपनी पहचान छुपा कर किसी को धोका देकर यदि कोई किसी से शादी करता है तो ये इस्लाम के खिलाफ है. ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि मैं तो ये कह रहा हूं क्योंकि हालत इस वक्त इस तरह के हैं की अगर कोई मुस्लिम लड़का किसी हिंदू बच्ची से शादी करता है तो वो यकीनी तौर पर मुसीबत में आ जाता है. वो लव जिहाद की कैटेगरी में आ जाता है. दवाब इतने होते है की लड़की को भी मजबूर हो जाना पड़ता है. बेहतर यही है की अपनी जिंदगी के लिए अपने कैरियर के लिए हिंदू लड़कियों को अपनी बहन मानें और ऐसा कोई काम न करें. ये इश्क मोहब्बत का चक्कर खत्म करें.
मुस्लिम लड़कियों को दी हिदायत
मुस्लिम लड़कियों को हिदायद देते हुए उन्होंने कहा की मुस्लिम लड़कियों को फंसाने का ट्रैप भी चल रहा है. मुस्लिम लड़कियों को फंसाकर उनसे शादी करके लड़कियों का मजहब बदलवाया जाता है. जो उनको फंसाते है उनको कुछ संस्थाएं इनाम भी देती हैं. मुस्लिम लड़कियों को भी यही हिदायद है की ऐसे किसी चक्कर में न फंसे. बहुत से लोग ट्रैप करने की कोशिश करेंगे. उस वक्त तो मोहब्बत और इश्क हो जाता है. जब शादी होती है तो एक दो महीने बाद ये भूत उतर जाता है और फिर आदमी को पछताना पढ़ता है.
साभार : जी न्यूज़
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