जयपुर. अजमेर में खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती का एक बार फिर विवादित बयान सामने आया है। अश्लील ब्लैकमेल कांड पर आधारित फिल्म ‘AJMER 92’ को लेकर उन्होंने कहा- लड़की चीज ही ऐसी है… बड़े से बड़ा फिसल जाता है। इस मामले में जब सरवर चिश्ती से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नंबर बंद मिला। चिश्ती के आपत्तिजनक बयान वाला यह वीडियो 4 जून का बताया जा रहा है।
इसमें सरवर चिश्ती कह रहे हैं- आदमी पैसों से करप्ट नहीं हो सकता, मूल्यों से करप्ट नहीं हो सकता। लड़की चीज ही ऐसी है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है। वो थी ना जिनका नाम क्या था। जो पेड़ के नीचे बैठे थे, विश्वामित्र जैसे भटक सकते हैं। अच्छा जितने भी बाबा लोग जेल में हैं। ये सिर्फ वो हैं, जो लड़की के मामले में फंसे हैं। यह ऐसा सब्जेक्ट है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है। दरअसल, 14 जुलाई को देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल अश्लील ब्लैकमेल कांड पर आधारित फिल्म ‘अजमेर 92’ रिलीज होने वाली है। फिल्म के रिलीज होने से पहले ही खादिम प्रतिनिधियों ने इसको लेकर अपना विरोध शुरू कर दिया है। खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के साथ ही अलग-अलग मुस्लिम प्रतिनिधियों के द्वारा फिल्म को लेकर बयान दिए जा रहे हैं।
सरवर चिश्ती पीएफआई कनेक्शन को लेकर भी विवाद में रहे हैं। उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद अजमेर में जुलूस के दौरान भड़काऊ भाषण देने और उसके बाद लगातार बयानबाजी पर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी उनसे घंटों जयपुर बुलाकर पूछताछ कर चुकी है। सरवर को एनआईए ने पाबंद भी किया था। डिप्टी मेयर नीरज जैन ने अंजुमन सचिव सैयद सरवर चिश्ती के वीडियो पर कहा- सरवर की टिप्पणी महिलाओं के प्रति उनकी गंदी मानसिकता को दर्शाती है। सरवर महिला को सिर्फ उपभोग की वस्तु समझते हैं। यह महिला शक्ति का अपमान है। उनके बयान पर खादिम समुदाय व पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए।
अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद गुलाम किबरिया ने मामले में कहा- ‘ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर हर मजहब के लोग आते हैं। यहां से अगर इस तरीके का बयान दिया गया है तो वह गलत है। वीडियो अभी मेरे सामने नहीं आया है, वीडियो सामने आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हमारी कौम महिलाओं और लड़कियों का सम्मान करती है, इस तरीके का बयान उचित नहीं है।’
चिश्ती के पहले भी दो वीडियो आए थे सामने
26 जून 2022 को अजमेर में सकल हिंदू समाज ने शांति मार्च निकाला था। इसके बाद सरवर चिश्ती का एक वीडियो सामने आया था। वो कह रहा था कि मुस्लिम समाज ने नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर जुलूस निकाला था, लेकिन इसके बाद हिन्दू समाज ने जुलूस क्यों निकाला? इससे भावनाएं आहत हुईं। मुसलमान ये कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रशासन की दी गई जुलूस निकालने की इजाजत से जले पर नमक छिड़कने का काम हुआ है। इससे हम दुखी हैं। एक दूसरे वीडियो में वो 15 जून 2022 को अंजुमन जादगान के चुनाव के बाद संबोधित करते दिखा था कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह व नबी की शान में गुस्ताखी कभी कबूल नहीं करेंगे और अगर ऐसा करोगे तो पूरा हिन्दुस्तान हिल जाएगा।
साभार : दैनिक भास्कर
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